E9 News, नई दिल्ली (ब्यूरो) आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक और अध्यात्म गुरू श्री श्री रविशंकर ने कहा है कि अध्यात्म की कमी की वजह से किसान आत्महत्या करने का रास्ता चुन रहे हैं। उन्होंने किसानों की आत्महत्या के पीछे अध्यात्म की कमी को सबसे बड़ी वजह बताया है। एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने यह बात कही। महाराष्ट्र समेत अन्य जगहों पर किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में अध्यात्म गुरू ने कहा कि उन्होंने विदर्भ के करीब 512 गांवों में पदयात्रा की है। इस आधार पर वह यह कह सकते हैं कि किसानों की आत्महत्या के पीछे गरीबी एक बड़ी वजह नहीं है, बल्कि उनके अंदर अध्यात्म की कमी इसकी एक बड़ी वजह है। इस दौरान उन्होंने अध्यात्म के क्षेत्र में काम कर रहे सभी लोगों से अपील भी की कि वह किसानों के हितों के लिए आगे आएं। उनका कहना था कि आत्महत्या के बढ़ते प्रचलन को रोकने के लिए प्राणायाम और योग को बढ़ाना बेहद जरूरी है। यमुना नदी के तट पर पिछले वर्ष किए गए एक सांस्कृतिक समारोह पर उठे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सत्य को छिपाया जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें देश की न्यायिक प्रणाली पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि कुछ एनजीओ अपने को पॉपुलन बनाने के लिए इस तरह का भ्रम फैला रही हैं कि इस कार्यक्रम के आयोजन से यमुना को नुकसान पहुंचा है।
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