November 14, 2024

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‘उड़ता पंजाब’ में सिद्धू ने कसी नकेल, दो माह में 1468 गिरफ्तारियां

E9 News, चंडीगढ़ (ब्यूरो) पंजाब में नशों की समस्या से निपटने के लिये कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की गठित की गई विशेष टॉस्क फोर्स ने अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार से नशों की सप्लाई रोकने में सफलता हासिल की है। इस दौरान 16 मार्च, 2017 से अबतक चार सप्ताह में एनडीपीएस एक्ट के तहत 1277 केस दर्ज किये गये हैं और 1468 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। विशेष टॉस्क फोर्स के हेड हरप्रीत सिंह सिद्धू के अनुसार अबतक नशों के मामले में पकड़े गये व्यक्तियों की संख्या 16 मार्च, 2017 से लगभग दोगुनी है। सिद्धू के अनुसार बहुपक्षीय पहुंच के साथ पूरी तरह लैस विशेष टॉस्क फोर्स, राज्य पुलिस और विभिन्न खुफिया एजंसियों के साथ मिलकर राज्य में बड़े स्तर पर नशों के कारोबार पर हल्ला बोल रही है और इसने सभी किस्म के नशों की सप्लाई को रोक दिया है। उन्होंने बताया कि विशेष टॉस्क फोर्स ने अप्रैल के आरंभ से ही नशों के विरूद्ध कड़ा अभियान आरंभ किया था।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नशों के विरूद्ध कार्रवाई के लिये सिद्धू को खुली छूट दी है और राज्य में से नशों की बुराई को पूरी तरह समाप्त करने के लिये उनको समर्थ माना गया है। जानकारी के अनुसार बता दें विशेष टॉस्क फोर्स पर मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं निगरानी रखी जा रही है। नशों के बड़े डीलरों पर आगामी सप्ताहों के दौरान कठोर कार्रवाई के लिये तैयारी की जा रही है। सिद्धू ने स्वयं पूरे राज्य का दौरा किया है और नशों विरूद्ध अभियान के बाबत इस कार्रवाई संबंधी जिला पुलिस को अवगत करवाया है। इस कार्य को संपूर्ण करने के लिये अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों को विशेष टॉस्क फोर्स में तैनात किया गया है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 16 मार्च से 14 अप्रैल तक के दौरान सरकार ने आरंभ कार्रवाई के दौरान 31.804 किलो हेरोइन, 1.527 किलो स्मैक, 2.272 किलो चरस, 81.99 किलो अफीम, 2812.555 किलो भुक्की, 169.223 किलो गांजा, 14.855 किलो भांग, 34.911 किलो नशीला पाउडर, 3201 नशीले टीके और 336314 गोलियां/कैप्सूल पकड़े गये हैं। विशेष टॉस्क फोर्स एवं अन्य एजेंसियों द्वारा की बड़ी कार्रवाई से नशों की मौजूदगी पर काबू पा लिया और नशों की कीमतें बहुत अधिक बढ़ गई हैं। जिससे नशों के आदियों को नशा मिलना मुश्किल हो गया। इन चार सप्ताह में सैकड़ों नशेड़ियों ने इलाज के लिये पुनर्वास केंद्रों का दर खटकाया है।