E9 News, नई दिल्ली (ब्यूरो): साल 2018 के लिए अमेरिका में एच-1बी वीजा की सीमा निर्धारित कर दी गई है, लेकिन आव्रजक विशेषज्ञों का कहना है कि एच1बी वीजा के लिए आवेदन करने वालों के लिए एल1 और ईबी5 वीजा जैसे अन्य विकल्प भी मौजूद हैं। अमेरिकी सिटीजन एंड इमिग्रेशन सर्विसिस (यूएससीआईएस) के मुताबिक, दुनियाभर के अमेरिकी दूतावासों ने वित्त वर्ष 2018 के लिए तीन अप्रैल से एच-1बी वीजा आवेदकों को स्वीकार करना शुरू कर दिया है। इस दौरान यूएससीआईएस को 199,000 एच-1बी वीजा आवेदन मिले हैं।
यूएससीआईएस ने 11 अप्रैल को 65,000 सामान्य श्रेणी के लिए एडवांस्ड यूएस डिग्री के लिए 20,000 आवेदकों के चुनाव के लिए कंप्यूटर जनित लॉटरी का इस्तेमाल किया। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने एच-1बी वीजा प्रणाली को सख्त कर दिया। यूएससीआईएस ने 31 मार्च को स्पष्ट किया था कि एच-1बी वीजा के तहत योग्य कंप्यूटर प्रोग्रामर को यह सिद्ध करने की जरूरत है कि उनका व्यवसाय विशेष है। इसके लिए सिर्फ कंप्यूटर डिग्री पर्याप्त नहीं होगा। डेमोक्रेट जो लोफग्रेन ने अमेरिकी संसद में एक निजी सदस्य विधेयक भी पेश किया था, जिसके तहत एच1-बी वीजाधारक के लिए अधिकतम वेतन मौजूदा 60,000 डॉलर से बढ़ाकर 130,000 डॉलर करने का प्रस्ताव है। डेविस एंड एसोसिएट्स एलएलसी के ग्लोबल चेयरमैन मार्क डेविस ने ईमेल साक्षात्कार में आईएएनएस को बताया कि यदि यह विधेयक पारित हो गया तो इससे आईटी कंपनियों को सर्वाधिक लाभ होगा और उनके ग्राहकों को काम के लिए अत्यधिक भुगतान करना होगा। डेवियस एंड एसोसिएट्स के भारत और दक्षिणपूर्व एशिया क्षेत्र के अध्यक्ष अभिनव लोहिया के मुताबिक, भारतीय कंपनियों को अमेरिकी प्रतिभाओं की खोज करनी होगी या फिर अपने कामगारों को अमेरिका भेजने के लिए एल1बी और एल1 वीजा जैसे विकल्पों की खोज करनी होगी। एल1 वीजा एक विदेशी कामगार को अमेरिका में प्रबंधकीय, कार्यकारी या विशेषीकृत श्रेणी में अस्थाई तौर पर स्थानांतरित करता है। लोहिया ने बताया कि एल1 वीजा से बहुत सारी अमेरिकी कंपनियों को स्थानीय कंपनी के साथ काम करने में मदद मिल सकती है। लोहिया के मुताबिक, एच-1बी और एल1 वीजा कर्मचारियों के लिए है। यदि आपके पास पर्याप्त पैसा है तो आप ईबी5 वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं।आवेदक को ईबी5 वीजा के लिए लक्षित रोजगार क्षेत्र (टीईए) में 500,000 डॉलर और गैर टीईए क्षेत्र में 1,00,000 डॉलर का निवेश करने की जरूरत है। हाल के दिनों में ईबी5 वीजा के लिए आवेदन करने वाले भारतीय आवेदकों की संख्या में तेज इजाफा हुआ है। लोहिया इसके लिए कई कारण बताते हैं, जिसमें एक तथ्य यह है कि अमेरिका में कारोबार के विस्तार के लिए अधिक अवसर हैं। डेवियस के मुताबिक, ईबी5 आवेदकों के लिए पूंजी होना बहुत आवश्यक है और अमेरिका में स्नातक की पढ़ाई के बाद रोजगार करने के इच्छुक छात्रों के लिए यह एकमात्र विकल्प भी है। लोहिया ने कहा कि ईबी5 और एल1 ए वीजा से अमेरिका में स्थाई तौर पर रहा जा सकता है और जल्द ही अमेरिकी नागरिकता भी मिल सकती है।
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