E9 News, नई दिल्ली (ब्यूरो) यू.एस. सहित कुछ देशों में इन्वैंट्री बढऩे और वल्र्ड मार्कीट में सप्लाई बढऩे से 1 महीने में क्रूड 10 प्रतिशत से ज्यादा सस्ता हुआ है। गुरुवार को क्रूड 49 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है जो पिछले 4 हफ्तों का लो लैवल है, वहीं ईराक ने साफ कर दिया है कि वह आगे क्रूड प्रोडक्शन बढ़ाने जा रहा है। कच्चा तेल सस्ता होने से 1 मई को होने वाली तेल मार्कीटिंग कम्पनियों की पाक्षिक समीक्षा के दौरान पैट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम कम हो सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ और ओपेक देश भी ईराक की राह पर चल सकते हैं। फिलहाल जो स्थिति बनी है उससे क्रूड और सस्ता होगा। जून तक यह 43 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ सकता है। विंटर सीजन तक क्रूड 43 से 56 डॉलर प्रति बैरल की ही रेंज में रहेगा। वल्र्ड मार्कीट में क्रूड सस्ता होने का फायदा इंडियन कंज्यूमर्स को मिलेगा। एक ओर वल्र्ड मार्कीट में क्रूड सस्ता हो रहा है वहीं रुपए में लगातार रिकवरी हो रही है। रुपया एक साल में 5.5 प्रतिशत बढ़कर 20 महीने के टॉप 64.15 पर है, इससे भारत में क्रूड का इम्पोर्ट और सस्ता होगा। रिजर्व हाई करने का भी मौका है। आगे क्रूड और सस्ता होता है तो सरकार पैट्रोल-डीजल की कीमतों को और कम कर सकती है।
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