E9 News, नोएडा (ब्यूरो) भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कश्मीर और बलूचिस्तान की तुलना एप्पल और औरेंज से करते हुए कहा है कि गॉड शेक, इनको मिक्स मत कीजिए। उन्होंने कहा कि दहशतगर्दी पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा मसला है। इसका शिकार पाकिस्तान भी हुआ है। उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन साल से इसके खिलाफ जो अभियान चलाया जा रहा है वह सफल हो रहा है। इसका उदाहरण है कि तमाम धमकियो के बावजूद पाकिस्तान सुपर लीग का फाइनल लाहौर में सफलतापूर्वक कराया गया।
ग्रेटर नोएडा के आईआईएमटी कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में अब्दुल बासित को गेस्ट के तौर पर लेक्चर देने के लिए बुलाया गया था। उन्होंने इस मौके पर कहा कि हमको सम्बंधों को बेहतर बनाना है और कश्मीर, दहशदगर्दी, सियाचीन और सरक्रीक के मसलों को हल करना है। इसके लिए बातचीत जरूरी है। बाद में, मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कश्मीर और बलूचिस्तान की तुलना एप्पल और औरेंज से करते हुए कहा कि गॉड शेक इनको मिक्स मत कीजिए। अब्दुल बासित ने कश्मीर को बुनियादी मसला बताते हुए कहा कि 1948 से ये मसला चल रहा है जबकि बलूचिस्तान का मसला अलग है। इस पर कोई यूएन का रेजुलेशन नही पास हुआ है जबकि शिमला समझौते में कश्मीर को हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मसला माना गया है। दहशतगर्दी पाकिस्तान के लिए बहुत बडा मसला है। इसका शिकार पाकिस्तान भी हुआ है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में टेररिज्म के इंटर्नल और एक्सटर्नल दोनों डाइमेंशन हैं। दो बातें हैं टेररिज्म वायलेंनस एक है और एक्सटीमिज्म दूसरा। एक्सटीमिज्म ही आगे चल कर टेररिज्म की ओर जाता है। एक्सटीमिज्म से निपटने के लिए हमने कम्प्रिहेन्सिव स्ट्रेटजी बनाई है। अब्दुल बासित ने कहा कि आंतकवाद के मसले पर हम सहयोग कर रहे हैं। हमको सम्बंधों को बेहतर बनाना है और कश्मीर, दहशदगर्दी, सियाचीन और सरक्रीक के मसलों को हल करना है। बातचीत जरूरी है।
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