E9 News लखनऊ: यूपी के जनपद गोण्डा-फैजाबाद हाईवे से सटे वजीरगंज में दो गांव ऐसे हैं जहां कोई शराब पिएगा तो उसे तीन दिन घर का खाना-पानी नहीं मिलेगा। और, साथ ही गांव वाले शराबी का सामाजिक बहिष्कार भी करेंगे। नशा मुक्ति के लिए भाजपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य अमरीश दत्त सिंह व सहिबापुर के प्रधान दिनेश सिंह की इस अनोखी पहल को यहां के वाशिंदों ने समर्थन देकर मिसाल कायम किया है। दोनों ग्राम पंचायतों के सदस्यों ने इस बावत प्रस्ताव पारित किया है। बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय से लगभग 18 किमी दूर गोण्डा-फैजाबाद हाईवे से सटा सहिबापुर व रामपुर खंरहटा के वाशिंदों ने मिलकर गांवों को नशामुक्त करके लोगों की तकदीर बदलने का बीड़ा उठाया है। लगभग दो-दो हजार वोटरों वाली गांवों की तस्वीर बदलने का वादा कर प्रधान बने दिनेश सिंह ने अमरीश सिंह की अध्यक्षता में हुई ग्राम पंचायत की खुली बैठक में गांवों को नशामुक्त करने का सभी सदस्यों व ग्रामीणों की सहमति से प्रस्ताव रखा गया। इसे पारित कर निर्णय का स्वागत किया गया। गांवों में कहा गया कि जो भी व्यक्ति शराब पीकर गांव में आएगा, उसे तीन दिन भूखा-प्यासा रख उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। ग्राम पंचायत की बैठक के पूर्व प्रधान ने घर-घर जाकर महिलाओं और बच्चों से अपने पिता, पति व भाई को शराब न पीने के लिए समझाया भी। सहिबापुर गांव में कुछ लोग कच्ची शराब बेचने का कारोबार अरसे से करते आ रहे थे। परंतु इन लोगों ने काफी मशक्कत के बाद गांवों में शराब बिक्री को पूरी तरह बंद करा दिया। भाजपा नेता अमरीश सिंह का कहना है कि शराब पीना सामाजिक बुराई है। सिंह का कहना है कि शराब छोड़ने के बाद लोग बच्चों की पढ़ाई और रोजी रोटी पर ध्यान देंगे। गांवों की बदनामी भी नहीं होगी, इसलिए ऐसा कदम उठाना पड़ा।
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