E9 News चंडीगढ़: ट्रैफिक पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार तो जग जाहिर है लेकिन उसका सबूत खुद ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारियों ने ही दे दिया। सबूत के तौर पर एक वायरल वीडियो में चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस का कर्मचारी सरेआम लोगों से चालान न काटने के एवज में पैसे वसूल करते दिख रहा है। ईनाडु इंडिया के पास एक ऐसा ही वीडियो पहुंचा है जिसमें सरेआम एक कांस्टेबल चालान न काटने की एवज में 500 रुपए लेकर अपनी सरकारी गाड़ी को फटाफट लेकर चला जाता है। अब इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस के आला अधिकारियों के पक्ष का इंतजार है कि वे इस घटना की लीपा पोती करती है या रिश्वत लेने वाले कांस्टेबल के खिलाफ कार्यवाही करती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सैक्टर-22 में कपड़ों का कारोबार करने वाला व्यापारी अपने भाई के साथ शाम को अपनी गाड़ी से सैक्टर-22 स्थित शास्त्री मार्किट में अपनी दूकान पर जा रहा था। गाड़ी को उसका भाई अनिल चला रहा था। कुछ समय के बाद जैसे ही वह सैक्टर-43 कोर्ट रोड पर पहुंचे तो अनिल का फोन बजा और फिर वह चलती गाड़ी में ही फोन पर बात करने लगा। अनिल को ऐसा करते चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने देख लिया और अपनी सरकारी गाड़ी से उसका पीछा किया। अनिल की गाड़ी जब सैक्टर-43 पर रेड लाइट पर रूकी तो पुलिसकर्मियों ने अपनी सरकारी गाड़ी आगे लगाकर उन्हें रोका। सरकारी गाड़ी से एक पुलिसकर्मी नीचे उतरा और अनिल को डराते हुए कहने लगा कि चलती गाड़ी में फोन सुनने पर 2500 रुपए का जुर्माना है और तीन माह के लिए लाइसैंस भी सस्पैंड हो सकता है।
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