November 15, 2024

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दुनिया की सबसे वजनी महिला ने 5 दिन में घटाया 30 किलो

E9 News, मुंबईः वजन घटाने के इरादे से भारत आई दुनिया कि सबसे वजनी महिला इमान अहमद का वजन 30 किलो कम हो गया है। महज पांच दिनों में 30 किलो वजन कम होने से इमान काफी खुश हैं। इमान को दक्षिण मुंबई के सैफी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों की एक टीम मधुमेह, गुर्दे की समस्याओं, hypothyroid आदि को ठीक करने का काम कर रही है। तीन सप्ताह के बाद इमान की पहली सर्जरी की जाएगी। ऑपरेशन थिएटर तक ले जाने के लिए एमन के शरीर का साइज कम करने की जरुरत है। साइज कम होने के बाद इमान की सर्जरी की जाएगी। डॉक्टरों का कहना है कि, ”ऑपरेशन टेबल 450 किलो का वजन ले जा सकता है और चौड़ाई केवल 141 सेमी की। लेकिन इमान का वजन और शरीर का आकार दोनों ज्यादा हैं। इमान का वजन कम करने पर काम किया जा रहा है। ” इमान का इलाज बेरिएट्रिक सर्जन मुफ्फाजल लकड़ावाला और उनकी टीम की देखरेख में किया जा रहा है।
डॉक्टरों ने कहा कि इमान को रोज 1,200 कैलोरी का खाना दिया जाता है। वहीं राज सुबह 7.30 बजे उठा दिया जाता है। डॉक्टर फिलहाल इमान को उसके गुर्दे की क्षमता के अनुसार ही खाना दे रहे हैं। वहीं इमान के सोने पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। भारत लाने के सवाल पर डॉक्टर लकड़ावाला की टीम के एक डॉक्टर ने कहा, ‘इमान की स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं को देखते हुए उसे मुंबई लाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। वह एक उच्च जोखिम वाली मरीज हैं जो पिछले 25 सालों से हिलने डुलने या अपने घर से बाहर नहीं निकल पाई है।’ भारत लाने से पहले पिछले दस दिन से डॉक्टरों का एक दल मिस्र में था जो इमान का ख्याल रख रहा था। एमन अपनी बहन के साथ मुंबई आई हैं। भारत आने से पहले इमान अहमद को नॉर्मल प्रोसेस से मेडिकल वीजा नहीं मिल सका, जिसके बाद डॉक्टर ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई और फिर कहीं जाकर इमाम भारत आ पाई हैं। 36 वर्षीय एमन अहमद मिस्र की रहने वाली हैं। जिन्हें विशेष विमान से मुंबई लाया गया था। 500 किलोग्राम वजन वाली इमान को अस्पताल ले जाने के लिए क्रेन की मदद ली गई। इमान को उस पलंग समेत उठाया गया था। डॉक्टरों ने कहा, ‘इजिप्ट एयर के विमान से आईं इमान का विमान सुबह करीब चार बजे मुंबई के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। करीब दो घंटे बाद छह बजे वह सैफी अस्पताल पहुंचीं। यात्रा के दौरान वह जिस विशेष तौर पर तैयार बेड पर थीं उसे क्रेन की मदद से उठाया गया।’