November 15, 2024

E9 News

Search for the Truth

फ्राइडे पर विशेष गुड फ्राइडे यानी प्रभु यीशू का बलिदान

E9 News गुड फ्राइडे यानि मुबारक जुमा उस दिन को कहा जाता है जिस दिन ईसाईयों के धर्म गुरु व ईसाई धर्म के संस्थापक यीशू मसीह को सलीब पर लटकाया गया था। इस दुख भरे दिन को गुड फ्राइडे इस लिए कहा जाता है कि यीशू मसीह के कोड़े खाने और सलीबी मौत सहने के कारण हमें हमारे पापों से मुक्ति मिली। यीशू मसीह का जन्म इस्रायल के छोटे से नगर नाजरत में मरियम नाम की महिला की कोख से हुआ। ऐसा माना जाता है कि वह ईश्वर का पुत्र था और जन्म के समय उसके मुख पर अनोखा तेज था। यहूदी धर्म गुरूओं का मानना था कि यीशू मसीह के विचार क्रांतिकारी हैं और उनकी मान्यताओं के विरूध थे। इसलिए उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से यीशू मसीह के खिलाफ षडयंत्र रचा और उसे गिरफ्तार करवा दिया। उसके बाद वह उस पर आरोप लगाने लगे कि वह लोगों को राजा के विरुध भड़काता है और कर देने से रोकता है। रोमी राज्यपाल द्वारा उसे निर्दोष पाए जाने के बावजूद यहूदियों ने उस पर धर्म विरोधी होने के आरोप लगाए इस रोमी राजा ने उसे यहूदियों के हवाले कर दिया जिन्होंने उसे बेरहमी से कत्ल कर दिया। यहूदियों ने यीशू मसीह के सर पर कांटों का ताज सजाया और उसे जलील करते हुए उस पर भारी-भरकम लकड़ी की सलीब लाद कर क्रूस पर चढ़ाने के लिए ले गए। यहूदियों ने उसके हाथों पैरों में कील ठोककर सलीब पर लटका दिया और उसकी सलीब पर यहूदियों का राजा की पट्टी लटका दी। इस प्रकार दोपहर 12 बजे सलीब पर लटकाए जाने के तीन घंटे बाद 3 बजे यीशू मसीह ने सलीब पर प्राण त्याग दिए। सलीब पर लटके हुए यीशू ने परमात्मा से प्रार्थना की हे ईश्वर इन्हें क्षमा कर क्योंकि यह नहीं जानते कि यह क्या कर रहे हैं। ऐसी दुख भरी हालत में भी दुख देने वालों के प्रति क्षमा की भावना रखने वाले यीशू को आज दुनिया में सबसे अधिक माना जाता है और लोग उसमें आस्था रखते हैं।
गुड फ्राइडे वाले दिन दुनिया भर के ईसाई लोग सलीब के निशान को और कई स्थानों पर सलीब उठाकर चलते हैं और यीशू की सलीबी मौत को याद करते व स्वयं को धन्य मानते हैं। कई स्थानों पर तो लोग उसके दुख को महसूस करने के लिए स्वयं को सलीब पर लटकाते हैं और हाथों पैरों में कील ठुकवाते हैं। भारत के अधिकतर गिरजाघरों में इस दिन दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक तीन धंटे की विशेष आराधना आयोजित की जाती है और लोग उसके दु:खों को याद करते हैं। इस दिन अधिकतर ईसाई धर्म को मानने वाले लोग भूखे रहते हैं यानि व्रत रखते हैं। कई स्थानों पर लोग इस समय दौरान सलीब लेकर शोभायात्रा के रूप में शहरों के चक्कर लगाते हैं और यीशू की सलीबी मौत के दृश्यों को प्रदर्शित करते हैं।
प्रभू यीशू की प्रमुख शिक्षाएं
1. अपने शत्रु से प्रेम करो। 2. दूसरों का निर्णय न करेें। 3. परमेश्वर में आस्था रखें। 4. कल की चिंता न करें। 5. दूसरों के साथ वैसा ही करो जैसा तुम चाहते हो कि वे तुम्हारे साथ करें।
प्रस्तुति- विनसैंट फ्रैंक्लिन