November 15, 2024

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बरेली में लगे पोस्टर, मुस्लिमों को 9 महीने में गांव छोड़ने की मिली धमकी

E9 News, बरेलीः उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के एक गांव में मुसलमानों के खिलाफ पोस्टर चिपकाए जाने की घटना के बाद से तनाव का माहौल है। इन पोस्टरों में लिखा है, ‘उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आ गई है। अब गांव के हिंदू वहीं करेंगे जो कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अपने देश में मुसलमानों के साथ कर रहे हैं।’ बरेली से 70 किलोमीटर दूर जियानागला गांव में मुस्लिमों के खिलाफ पोस्टर लगने की यह घटना राज्य में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद सामने आई है। गांव में करीब दो दर्जन जगहों पर लगे इन पोस्टरों में लिखा है कि ट्रंप जो काम अमेरिका में कर रहा है, वही हम भी यहां करेंगे क्योंकि अब बीजेपी सत्ता में है। इन पर्चों में बतौर संरक्षक बीजेपी के एक सांसद का नाम लिखा हुआ है। इसमें गांव के मुस्लिमों से इस वर्ष के अंत तक गांव खाली कर देने की चेतावनी दी गई है।
ज्यादातर पोस्टरों को पुलिस और प्रशासन ने हटा दिया है, लेकिन कुछ पोस्टर अभी भी दीवारों पर चिपके हुए हैं। सभी पोस्टरों पर एक जैसे संदेश लिखे हुए थे। इनमें यह भी धमकी दी गई है कि अगर साल के अंत तक मुसलमान गांव छोड़कर नहीं जाते हैं तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। इन पर्चों को सोमवार की सुबह देखा गया था। गांव वालों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि यह किसने किया है। ग्राम प्रधान रेवा राम ने कहा, ‘हम लोग आधी रात के करीब सोने गए थे। जब सुबह हुई तो हमने देखा कि पूरे गांव में ऐसे पोस्टर लगे हुए हैं। जब कुछ गांव वालों ने विरोध जताया तो हमने पुलिस को इस बारे में जानकारी दी।’ पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और गांव के 5 युवकों को पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में लिया है। गांव में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। करीब 2500 की आबादी वाले गांव में से 200 मुस्लिम हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह की घटना पहले कभी भी नहीं हुई है। हम सब लोग यहां शांति और भाईचारे के साथ रहते हैं। यह काम शरारती तत्वों का होगा। जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों सहित पुलिस अधिकारी लगातार गांव का दौरा कर रहे हैं। हालांकि अभी यह पता नहीं लग पाया है कि यह किसने किया। बरेली एसपी (ग्रामीण) यमुना प्रसाद ने कहा, ‘हम लोग गांव के उन युवाओं से पूछताछ कर रहे हैं जो प्रिंटिंग और फोटोस्टेट का काम करते हैं, लेकिन अभी हम किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं।’