E9 News, शिमला (साक्षी शर्मा) हिमाचल प्रदेश के भोरंज विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के टिकट को लेकर रस्साकशी तेज हो गई है। इस उपचुनाव में बीजेपी के 4 जबकी कांग्रेस के 9 दावेदारों की सूची तैयार की जा चुकी है । दोनों ही दल इस उपचुनाव में अपनी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नज़र आ रहे हैं । हिमाचल प्रदेश में 9 अप्रैल को होने वाले भोरंज उपचुनाव को लेकर सूबे के दोनों प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी अपनी तैयारियी शुरू कर दी हैं। इस सीट पर अब पूर्व धूमल कैबिनेट में दो बार मंत्री रह चुके आई डी धीमान के निधन के बाद चुनाव आयोग ने 9 अप्रैल को भोरंज उपचुनाव की घोषणा की थी। भोरंज उपचुनाव घोषित होने के बाद नामांकन की अंतिम तिथि 21 मार्च है। 22 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी जबकि 24 मार्च को नाम वापस लिए जाएंगे। उपचुनाव 9 अप्रैल को होगा और मतगणना 13 अप्रैल को होगी। भोरंज विधानसभा क्षेत्र में कुल 73,485 मतदाता हैं। इनमें 35,642 पुरुष और 37,843 महिला मतदाता हैं। 2234 सर्विस वोटर हैं। उपचुनाव के लिए 99 पोलिंग बूथ स्थापित किए जाएंगे। इनमें 12 अति संवेदनशील, सात संवेदनशील और 80 सामान्य मतदान केंद्र हैं। भोरंज उपचुनाव को लेकर आज कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक विधानसभा में आयोजित की गई. जिसमें कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू एवम मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मौजूद रहे. भोरंज में कांग्रेस उम्मीदवार पर चर्चा हुई है । फिलहाल कांग्रेस के भोरंज के लिए नो टिकट दावेदार है। इन सभी के नाम वह आज ही आलाकमान के पास ले जा रहे है अंतिम फैसला आलाकमान को करना है की की किसे भोरंज से टिकट देना है. अतः जल्दी ही उम्मीदवार तय हो जाएगा। उधर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भोरंज विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की शानदार जीत का अभी से दावा किया है। बकौल धूमल ये क्षेत्र पिछले कई सालों से बीजेपी का गड है लिहाजा इस बार भी इस विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी ही भगवा फ्ह्ह्राएगा : यह सीट भाजपा विधायक आईडी धीमान के निधन के बाद खाली हुई है। भोरंज सीट के लिए भाजपा से पूर्व शिक्षा मंत्री आईडी धीमान के बेटे अनिल धीमान, प्रदेश भाजपा सचिव कमलेश कुमारी और जिला परिषद सदस्य पवन कुमार टिकट की दौड़ में शामिल हैं। इस सीट के लिए आईडी धीमान के बेटे अनिल धीमान की प्रबल दावेदारी मानी जा रही है जबकि कमलेश कुमारी की संगठन में अच्छी पैठ है। पवन कुमार लगातार तीन बार जिला परिषद का चुनाव जीत चुके हैं। इनकी भी जनता में अच्छी पकड़ मानी जा रही है। इसी तरह कांग्रेस में डॉ. रमेश डोगरा को पिछली बार टिकट मिला तो उन्होंने उस समय भाजपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री आईडी धीमान को अच्छी टक्कर दी थी। एपीएमसी हमीरपुर के चेयरमैन प्रेम कौशल भी यहां से चुनाव लड़ चुके हैं और सीएम वीरभद्र सिंह के करीबियों में माने जाते हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू के करीबी एवं प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार ने भी दो बार चुनाव लड़ा है। जिला परिषद प्रतिनिधि रह चुकीं प्रोमिला भी रेस में मानी जा रही हैं। इसके अलावा , ओम प्रकाश धीमान, बलदेव चन्द, सुक्रान्त भाटिया , अनिल चौधरी और नीरज चौधरी भी टिकट की दौड़ में है।
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