November 15, 2024

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रितिका ने स्वरोजगार से दिखाया आत्मनिर्भरता का रास्ता

E9 News, धर्मशाला (विजयेन्दर शर्मा)   कांगड़ा जिला के पालमपुर तहसील में स्थित है सुलह गांव। इन दिनों इस गांव में लोगों को अपने आत्मविश्वास के बूते आत्मनिर्भरता की राह दिखाने वाली एक प्रगतिशील महिला रितिका की खूब बात हो रही है।
रितिका ने जिदंगी की तमाम बाधाओं को पार करते हुए अपने घर की आर्थिक स्थिति को बदल डाला है और एक नई सामाजिक पहचान बनाई है। रितिका की सिलाई कढ़ाई एवं ब्यूटीपार्लर के काम में रूचि भी थी और अच्छी खासी जानकारी भी, मगर हाथों में हुनर होते हए भी वह सफल नहीं हो पा रही थी। रितिका सिलाई कढ़ाई का कार्य घर पर ही किया करती थीं। उनमें अपने काम को बड़े स्केल पर करने का जज्बा और चाह तो थी लेकिन पैसे का अभाव सपनों की राह में बड़ा रोड़ा था। उनके पति की प्राइवेट जॉब से बस इतनी भर आमदनी होती कि घर का खर्च और बेेटे की स्कूल की फीस निकल आए।  रितिका को एक दिन अपनी किसी सहयोगी से प्रधानमंत्री रोजगार योजना (पीएमईजीपी) की जानकारी प्राप्त हुई, जिसमें उन्होंने ऋण के लिए आवेदन किया। इस योजना में चयनित होने के बाद इन्होंने पंजाब नैशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान से उद्यमिता विकास का प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात रितिका के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई तथा उसने अपने काम को बढ़ाने के लिए केसीसी बैंक सुलह से 2.50 लाख रूपये का ऋण लिया। ऋण लेने के बाद उन्होंने सुलह में एक किराये की दुकान लेकर सिलाई एवं ब्यूटी पार्लर का कार्य शुरू किया। दुकान में अपना व्यवसाय शुरू करने से रितिका का काम दिन प्रतिदिन बढऩे लगा। रितिका आज हर महीने लगभग 20 हजार रूपये कमा रही है तथा उन्होंने अपनी दुकान में एक अन्य महिला को भी रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाया है। रितिका के पति जसवंत सिंह का कहना है कि रितिका के आत्मविश्वास ने उनके परिवार की जिन्दगी बदल दी है। पंजाब नैशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक कमल प्रकाश बताते हैं कि संस्थान जरूरतमंद एवं इच्छुक लोगों को स्वरोजगार आरम्भ करने के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण देता है, ताकि वे आर्थिक रूप से सुदृढ़ एवं आत्मनिर्भर हो सकें। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण की समाप्ति पर प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र दिए जाते हैं, जिसके द्वारा वे स्वरोजगार हेतु जिला कांगड़ा के किसी भी बैंक से ऋण प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
क्या कहते हैं जिलाधीश: जिलाधीश कांगड़ा सीपी वर्मा का कहना है कांगड़ा जिला में महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने एवं आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया जा रहा है। प्रशासन के इन प्रयासों में पंजाब नैशनल बैंक के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण जैसे संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो बेहद सराहनीय है। जिला प्रशासन की ओर से महिलाओं सहित सभी लोगों को स्वरोजगार से आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।