November 14, 2024

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शेखपुरा जिले के पास मालगाड़ी के चपेट में आने से 8 लोगों की मौत

E9 News, नई दिल्ली (ब्यूरो) :  किऊल-गया रेलखंड के सिरारी स्टेशन के पास रविवार की रात रेलवे पुल पार कर रहे आठ लोगों की मालगाड़ी से कट कर मौत हो गयी. हादसे में आधा दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हो गये, जिनमें एक की हालत गंभीर है. ये सभी सिरारी स्टेशन पर किऊल-गया पैसेंजर ट्रेन से उतर कर ट्रैक से होकर अपने गांव जा रहे थे. इसी दौरान वे शेखपुरा की ओर से आ रही एक मालगाड़ी की चपेट में आ गये. रेलवे पुल पर रास्ता नहीं होने के कारण लोगों को भागने का मौका नहीं मिला.   देर रात छह शवों को पोस्टमार्टम के िलए लखीसराय सदर अस्पताल में भेजा गया. हादसे के बाद घटनास्थल पर लखीसराय के डीएम सुनील कुमार और एसपी अशोक कुमार पहुंचे. अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की. वहीं, मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए राशि देने का एलान िकया गया. घटनास्थल पर विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए लखीसराय के डीएम व एसपी के अलावा शेखपुरा और लखीसराय जीआरपी के साथ-साथ दोनों जिलों के लगभग एक दर्जन थानों की पुलिस कैंप  कर रही है. घटना के बाद स्थानीय ग्रामीण हंगामा करने लगे. उन्हें शांत कराने के लिए जनप्रतिनिधियों और अन्य लोगों की सहायता ली गयी. हादसे के बाद इस रेलखंड पर ट्रेनोें का परिचालन बंद कर दिया गया है. रेल सूत्राें ने बताया कि देर रात  रामपुर हाट से चल कर गया की ओर जानेवाली सवारी रेलगाड़ी को स्थगित कर दिया  गया है. इसके साथ ही अगली सुबह आनेवाली ट्रेनों के परिचालन को लेकर वरीय अधिकारियों से विचार-विमर्श किया जा रहा है.  इस हादसे  को लेकर स्थानीय  ग्रामीणों ने रेलवे पर लापरवाही का आरोप लगाया है और इस रेलमार्ग पर परिचालन बंदर करने की चेतावनी दी है. दानापुर मंडल के डीआरएम आरके झा ने बताया कि यह गलती रेलवे की नहीं, बल्कि लोगों की है. जिन लोगों के साथ दुर्घटना हुई, वे ट्रैक पर जा रहे थे, जो  नियमानुसार गलत है. जबकि ट्रैक से सटे सड़क मार्ग की भी सुविधा थी. यही वजह  है कि रेलवे ने मुआवजे की मांग को ठुकरा दिया है. हालांकि, घटना कैसे हुई, इसकी जांच का आदेश दिया गया है. अगर रेलवे की ओर से लापरवाही होगी, तो  इसके जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी.  मृतकों में लखीसराय जिले के सिसमा गांव निवासी सरोजनी देवी व उसका 10 साल का  पुत्र व आठ साल की  बेटी, दमरियां गांव निवासी मंगल यादव, उसके भाई की पत्नी  आशा देवी व भतीजा पुरुषोत्तम कुमार, मसौढ़ा गांव निवासी मीना देवी, सुरेश  यादव शामिल हैं. वहीं, किशोरी राम की पुत्री झुन्नी कुमारी को रेफर किया  गया है.