E9 News, लखनऊ (ब्यूरो) दीवानी परिसर स्थित परिवार न्यायालय में गुजारा भत्ते से जुड़े मामले की पेशी के दौरान सोमवार को तीन तलाक का मामला सामने आया है. अदालत में शौहर अपनी बीवी को तलाक देकर भाग गया. घटना के बाद महिला बदहवास हो गई. डेढ़ साल की बच्ची को ताकते हुए उसके आंसू थम नहीं रहे थे. रुकैया खातून का निकाह 8 नवंबर, 2014 को महफूज अहमद पुत्र महमूद अहमद निवासी पटेलनगर के साथ हुआ था. निकाह के एक माह बाद ही दहेज में बाइक, सोने की चेन तथा नकदी आदि न मिलने के कारण ससुराल में रुकैया का उत्पीड़न शुरू हो गया. रुकैया की मानें तो उसका खाना-पानी बंद कर दिया गया. उसे पीटा भी जाता था. जब वह पांच माह की गर्भवती थी तो उसे ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया. इस मामले में 10 जून, 2015 को पति समेत छह के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया. यही नहीं, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय में गुजारे भत्ते की अर्जी दी. सोमवार को इस मामले की पेशी थी. दोनों पक्ष अदालत पहुंचे. वहां पर महफूज ने अदालत में अपनी बीवी को तलाक दे दिया.
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