November 15, 2024

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सुकमा नक्सली हमले का मास्टरमाइंड ‘हिडिमा’ की हुई पहचान

E9 News, नई दिल्ली (ब्यूरो) सुकमा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले को अंजाम देने वाले मास्टर माइंड की पहचान हो गई है। नक्सली कमांडर हिडिमा ने इस हमले को अंजाम दिया था। बताया जाता है कि माओवादी हमले के पीछे स्थानीय कमांडरों का हाथ बताया जा रहा है। स्थानीय माओवादी कमांडरों को पिछले दिनों क्षेत्र में देखा गया है। राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिल रही थी कि माओवादी कमांडर सीटू इस इलाके में है। सीटू को क्षेत्र में इस महीने की 22 तारीख को देखा गया था। इससे ऐसा लग रहा है कि सोमवार को चिंतागुफा क्षेत्र में हुए हमले में सीटू के समूह का ही हाथ है। अधिकारियों ने बताया कि सुकमा मामले के मास्टरमाइंड का पता चल गया है। उसका नाम हिडिमा है। हिड़मा नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी का मुखिया है। हिडिमा क्षेत्र में हुए कई नक्सली वारदातों में शामिल रहा है।
मोस्टवॉन्टेड हिडिमा पर 25 लाख रुपए का इनामः हिड़मा का संगठन बुरकापाल और चिंतागुफा इलाकों में सक्रिय माना जाता है। हिडिमा को घात लगाकर हमले करने का मास्टरमाइंड माना जाता है। हिडमा मोस्टवॉन्टेड माओवादी है, जिस पर 25 लाख रुपए का इनाम भी घोषित है। इस बटालियन का क्षेत्र में दो कंपनी है जिसके मुखिया नागेश और सीटू है। सीआरपीएफ प्रवक्ता डिप्टी कमांडेंट राजीव के मुताबिक नक्सली वारदात में करीब 150 पुरुष और 150 लड़कियां शामिल थीं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमले के दौरान नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के 22 हथियार भी लूट लिया। जिसमें एके 47 लगे पांच अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, सात एके 47 रायफल, चार एकेएम रायफल, दो इंसास-एलएमजी, तीन इसांस रायफल, 22 बुलेट प्रुफ जैकेट, पांच वायरलेस सेट, दो दूरबीन और हथियारों के कई कारतूस शामिल है। इसके बाद नक्सली वहां से फरार हो गए। अधिकारी ने बताया कि जवानों ने एसओपी का उल्लंघन नहीं किया। 70 से ज्यादा जवान सुरक्षित लौटे हैं। सीआरपीएफ ने जमकर मुकाबला किया था। किसी विस्फोटक का इस्तेमाल नहीं हुआ। सिर्फ गोलियां चलीं। डीजी डीएम अवस्थी (नक्सल ऑपरेशन) ने बताया कि जो लोग रोड कंस्ट्रक्शन के काम में लगे थे उनकी जान भी जवानों ने बचाई। करीब 40 लोगों की जान बचाई गई।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के घात लगाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों को शहादत देनी पड़ी जबकि 7 जवान घायल हो गए। ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे। घटना सोमवार दोपहर की है जब जवानों की टीम रोड ओपनिंग के लिए निकली थी। सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे ये जवान खाना खाने की तैयारी कर रहे थे उसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी।