E9 News, श्रीनगर (साजिद मनुवार्डी) जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को शुक्रवार तीसरे दिन भी खोलने में सफलता नहीं मिल पाई। रामबन-बनिहाल के बीच पंथियाल, रतनवास, गांगरू, हिंगनी में हाईवे को क्लीयर करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम के बीच भूस्खलन और पहाड़ों से गिरते पत्थर चुनौती बने हुए हैं।
हाईवे बंद होने से दोनों ओर से हजारों वाहन फंसे हुए हैं। इससे फंसे यात्रियों की मुश्किलें बढ़ी हैं। हालांकि शनिवार को हाईवे खुलने की उम्मीद है। इस बीच मध्य और उत्तरी कश्मीर में शुक्रवार को झेलम का जलस्तर गिरने से लोगों ने राहत की सांस ली। लेकिन बाढ़ का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। सेना ने पुंछ के सनाई गांव के सूरन नदी में बाढ़ में फंसे चार नागरिकों को सुरक्षित निकाला। अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में नाले में बही सूमो से एक लापता यात्री मोहम्मद अशरफ चोपान का शव बरामद किया गया। श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दो उड़ानें रद रहीं। दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में संगम के पास झेलम का जलस्तर शाम 6 बजे घटकर 18.70 फीट तक पहुंच गया था जो सुबह 8 बजे 21.50 फीट (खतरा 23 फीट) था। मध्य कश्मीर के श्रीनगर जिले में राममुंशी बाग के पास भी शाम को जलस्तर घटकर 19.60 फीट पहुंच गया था। उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में अशम के पास झेलम शाम को 12.83 फीट पर बह रही थी। झेलम मध्य और उत्तरी कश्मीर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कुछ जगहों पर बांध में हल्की लीकेज को बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से युद्धस्तर पर ठीक किया गया।
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