E9 News, शिमला (कीर्ति कौशल) आईजीएमसी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने एरियर व बोनस न मिलने पर मोर्चा खोल दिया है। पिछले डेढ़ वर्ष से मांगे पूरी न करने पर अब सफाई कर्मचारियों ने 24 अप्रैल के बाद सामूहिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। फिलहाल प्रशासन को 7 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार की नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी प्रशासन सफाई कर्मचारी की मांगे पूरी नहीं कर रहा है। सरकार के निर्देशों के अनुसार सफाई कर्मचारियों को 2016 से एरियर मिलना है, लेकिन प्रशासन कर्मचारियों की सुध तक नहीं ले रहा है। अब कर्मचारियों में इतना रोष पनप गया है कि वह अस्पताल में पूरी तरह से काम बंद कर देंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की होगी। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रधान उमा देवी ने कहा कि अस्पताल प्रशासन व ठेकेदार पिछले चार सालों से कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। कर्मचारियों को किसी प्रकार की सुविधाएं नहीं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को न तो विंटर ड्रेस दी गई है और न ही बोनस। इसके अतिरिक्त न तो कर्मचारियों की वेतन में वृद्धि की जा रही और न ही उन्हें जरूरत पड़ने पर छुट्टी, ऐसे में कर्मचारियों में रोष पनप रहा है। यह रोष हड़ताल के रूप में सामने आएगा।
उन्होंने कहा कि इस बार कर्मचारियों की हड़ताल होकर रहेगी। यह हड़ताल उस समय तक जारी रहेगी जब तक कर्मचारियों की मांगे पूरी नहीं कर दी जाती। हड़ताल के दौरान अस्पताल में सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी भी प्रशासन की होगी। अस्पताल में 250 के करीब सफाई कर्मचारी हैं। यह कर्मचारी, अस्पताल के वार्ड, ओपीडी, कर्मचारियों के कार्यालय, हॉस्टल, कॉलेज, लैब व अस्पताल परिसर में साफ सफाई का ध्यान रखते हैं। यदि कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं तो अस्पताल में सफाई व्यवस्था ठप हो जाएगी। इससे पहले भी एक बार सफाई कर्मचारी एक दिन की हड़ताल पर गए थे, जिससे अस्पताल में सफाई व्यवस्था चरमराई थी।
15 माह का नहीं मिला एरियरः अस्पताल के सफाई कर्मचारी पिछले 15 माह के एरियर के इंतजार में हैं। लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कर्मचारियों को 15 माह का एरियर नहीं दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि हर माह उनका एरियर कटता है, लेकिन अस्पताल प्रशासन एरियर नहीं दे रहा है। ऐसे में कर्मचारियों को अर्थिक समस्या भी आ रही है।
बिगड़ सकती है सफाई व्यवस्थाः अस्पताल में अगर एक दिन भी सफाई न हो तो मरीजों के बीच संक्रमण जैसी बीमारी का खतरा भी बन सकता है। गर्मी भी शुरू हो गई है। ऐसे में सफाई न होने पर बीमारी होने का भी ज्यादा ही खतरा बन जाता है। कर्मचारियों को अस्पताल में सभी सुविधाएं मिलेंगी। वैसे सफाई कर्मचारी को एरियर ठेकेदार देता है, क्योंकि वह आऊटसोर्स पर लगे हुए है। जहां पर ठेकेदार द्वारा यह बताया जा रहा है कि प्रशासन नहीं दे रहा है।
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