November 15, 2024

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मायूस विराट और टीम इंडिया को सचिन ने दिया खास संदेश

E9 News, नई दिल्ली: विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों पुणे टेस्ट में मिली करारी हार के बाद प्रतिक्रियाओं को दौर जारी है। सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, सौरव गांगुली जैसे कई दिग्गजों ने अपनी राय देते हुए इसे चौंकाने वाला बताया है। इनमें से कई का कहना है कि टीम इंडिया के लिए यह एक अलार्म की तरह है और उसे समय रहते सतर्क हो जाना चाहिए। मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी टीम इंडिया को एक संदेश दिया है। वास्तव में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया उसकी कल्पना तक किसी ने नहीं की थी। हालांकि टीम इंडिया के लिए अभी सबकुछ खत्म नहीं हुआ है और वह अगले मैचों में वापसी करके सीरीज पर कब्जा कर सकती है, लेकिन डर तो बैठ ही गया है। हो सकता है कि स्पिन विकेट को लेकर भी टीम इंडिया की रणनीति में बदलाव नजर आए। 19 टेस्ट से अजेय टीम इंडिया की बड़ी हार के बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने विराट कोहली एंड टीम को यह खास संदेश दिया है…
यह हार इसलिए नहीं हजम हो रही है क्योंकि टीम इंडिया विराट कोहली की कप्तानी में तो 19 टेस्ट मैचों से अजेय थी ही, वह घरेलू मैदान पर 20 टेस्ट मैचों से कोई मैच नहीं हारी थी। उस पर भी वह तीन दिन में ही हार गई। इस बीच सचिन तेंदुलकर ने टीम का उत्साह बढ़ाते हुए कहा है कि अभी सबकुछ खत्म नहीं हुआ है और यह क्रिकेट का एक हिस्सा है. एक मैच में हार से सीरीज तय नहीं हो जाती।
विराट कोहली के आदर्श सचिन तेंदुलकर ने टीम को संदेश देते हुए कहा, “भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज की बात करें, तो यह हमारे लिए काफी मुश्किल टेस्ट मैच रहा और हम अच्छा नहीं कर पाए, लेकिन यह (हार-जीत) खेल का एक हिस्सा है। इस हार (पहले टेस्ट में मिली हार) का मतलब यह नहीं है कि हमने सीरीज गंवा दी है। सीरीज में हमारे लिए वापसी के अब भी पर्याप्त मौके हैं।
पुणे टेस्ट में टीम इंडिया की करारी हार पर सचिन तेंदुलकर ने कहा, ”हम टीम की ताकत को पहचानते हैं. मैं जानता हूं वह वापसी करेगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम भी यह अच्छी तरह जानती है। मैच, क्योंकि जब हम उसे हराते हैं, तो हम भी जानते हैं कि वह वापसी कर सकते हैं। इसमें कोई संदेश नहीं कि टीम इंडिया वापसी करेगी। किसी मैच में अच्छे और मुश्किल दोनों तरह के हालात बनते हैं। इससे देखने को मिलता है कि कोई टीम दोबारा अपने पैरों पर कैसे खड़ी हो जाती है।”
हालांकि सचिन तेंदुलकर के विपरीत महान सुनील गावस्कर ने टीम के प्रदर्शन पर हैरानी जताते हुए उसकी आलोचना करने से परहेज नहीं किया और कहा कि टीम ने लापरवाही वाला खेल दिखाया।
गावस्कर ने कहा, “चायकाल (तीसरे दिन) के बाद लगभग आधे घंटे में हथियार डाल देना अविश्वसनीय रहा। भारतीयों ने थोड़ी लापरवाही दिखाई. भारतीय बल्लेबाजों को यह समझना चाहिए कि उन्हें विकेट पर टिककर खेलने की जरूरत थी है।
गौरतलब है कि चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया को हराते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 13 साल बाद भारतीय जमीन पर टेस्ट मैच में जीत दर्ज की है। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. इससे पहले उसने भारत में आखिरी बार अक्टूबर, 2004 में टेस्ट जीता था। ऑस्ट्रेलिया की जीत में उसके युवा स्पिनर स्टीव ओकीफी का अहम योगदान रहा, जिन्होंने मैच में 12 विकेट चटकाए और भारतीय बल्लेबाजी को तहसनहलस कर दिया। भारतीय धरती पर मेजबान के खिलाफ किसी भी विदेशी गेंदबाज का यह दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन है। पहले नंबर पर इंग्लैंड के इयान बॉथम हैं, जिन्होंने फरवरी 1980 में मुंबई टेस्ट में 13/108 विकेट लिए थे।