E9 News, चंडीगढ़ः बोर्ड एग्जाम की टैंशन में अक्सर स्टूडैंट्स और उनके माता-पिता डिप्रेशन में चले जाते हैं। कई बार अप्रिय घटना भी हो जाती है। शिक्षा विभाग ने स्टूडैंट्स और उनके अभिभावकों को डिप्रेशन की स्थिति में मनोचिकित्सकों की सलाह दिलाने को पहल की है। पंजाब के डायरैक्टर जनरल स्कूल एजुकेशन ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और स्कूल प्रिंसीपल को निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि प्रिंसीपल और टीचर दसवीं-बारहवीं कक्षा के स्टूडैंट्स व उनके अभिभावकों को सेहत विभाग की फ्री मैडीकल हैल्पलाइन सेवा-104 संबंधी जागरूक करें। हैल्पलाइन सेवा पर मनोचिकित्सक की सलाह मुफ्त मिलती है। परीक्षा के दिनों में आमतौर पर बच्चे और उनके पेरैंट्स इस हैल्पलाइन पर मौजूद मनोचिकित्सकों से मुफ्त सलाह घर बैठे ले सकते हैं। फोन पर ही बच्चों की काउंसलिंग करवाई जाती है। प्रिंसपिलों को हिदायत की गई है कि इस संबंधी बच्चों और उनके पेरैंट्स को जागरूक करें। हैल्पलाइन का नंबर स्थायी तौर पर नोटिस बोर्डों पर लगाया जाए। स्कूल की असैंबली में हर रोज स्टूडैंट्स को इस संबंधी जानकारी दी जाए। बच्चों के सामने एक टीचर हैल्पलाइन नंबर पर फोन करके उन्हें प्रैक्टीकल जानकारी दे।
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