E9 News भोपाल: मध्यप्रदेश में मंहगी बिजली मिलने के बाबजूद फिर से विद्युत दरों में बढ़ोत्तरी सरकार के लिये मुश्किल पैदा कर सकती है। क्योंकि विपक्षी पार्टियां शिवराज सरकार पर बिजली घोटाले का आरोप लगाकर आंदोलन कर ही रही थीं। ऐसे में महंगी बिजली ने आग में घी का काम किया है। लिहाजा अब कांग्रेस भी महंगी बिजली के खिलाफ मैदान में आ गयी है। मध्यप्रदेश में महंगी बिजली मिलने के बावजूद दोबारा विद्युत दरों में बढ़ोत्तरी सरकार के लिये मुश्किल बनता जा रहा है। आम आदमी पार्टी पहले से ही शिवराज सरकार के खिलाफ बिजली घोटाले का आरोप लगाकर आंदोलन कर रही है। ऐसे में विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली के दाम में 9.6 प्रतिशत की वृद्धि ने आग में घी का काम किया है।गौरतलब हैं कि मध्यप्रदेश में बिजली उत्पादन मांग से ज्यादा है और मध्यप्रदेश दूसरे प्रदेशों को बिजली 2 से 3 रुपयों में बेच रहा है। लेकिन प्रदेशवासियों को देश में सबसे महंगी बिजली दी जा रही है। प्रदेश में पिछले महीनों में गरीबों, किसानों, आम उपभोक्ताओं के खिलाफ कई मामले नायायलय में चल रहे हैं। हजारों उपभोक्ता के खिलाफ स्थाई वारंट जारी है। वहीं उद्योगपतियों को बिजली में सबसे कम वृद्धि का तोहफा मिला है। सीएजी ने भी बिजली खरीद को लेकर अनिमियतता की रिपोर्ट पेश की थी।
Search for the Truth
More Stories
दलित की बेटी की शादी में बैंड-बाजा और जश्न की सजा…कुएं में डाला किरासन तेल
थाने पहुंची मां, तब जाकर बची 5 साल की मासूम
बच्चे भी जानेंगे क्या है वर्दी वालों के कायदे कानून