November 15, 2024

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‘बहुतों को भगवा रंग से परहेज, मगर मैं जीतूंगा सबका दिल’

E9 News लखनऊ: राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के मुखपत्र पांचजन्‍य को दिये अपने इंटरव्‍यू में योगी आदित्यनाथ ने कहा है लोग भले ही उनके बारे में कुछ भी कहें लेकिन अपने काम से वह समाज के हर तबके का दिल जीत लेंगे। मुख्‍यमंत्री बनने के बाद पहली बार दिये गये अपने साक्षात्‍कार में योगी आदित्‍यनाथ ने कहा है कि देश में बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्‍हें भगवा रंग से परहेज है। ऐसे में मेरा मुख्‍यमंत्री बनना भी उन्‍हें बुरा लगा है जो कि स्‍वाभाविक है। लेकिन, वह ऐसे लोगों की परवाह नहीं करते। साक्षात्‍कार में योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि अब तक जो लोग भारत में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर तुष्‍टिकरण और देश की समृद्ध परंपरा और संस्‍कृति को अपमानित करते थे, देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे थे उन्‍हें उनका अस्‍तित्‍व खतरे में दिखाई दे रहा है। ऐसे लोग हर प्रकार की नकारात्‍मक टिप्‍पणी करेंगे। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा है, ”बहुत से लोग कहते हैं कि यह तो भगवाधारी है लेकिन मैं आपको बता दूं कि मुझे इसकी कोई परवाह नहीं है। हम क्‍या हैं, ये हमारी कार्यपद्धति बताएगी।” उन्‍होंने कहा, ”मैं आश्‍वस्‍त करता हूं कि यूपी में जाति-पंथ, मजहब, दल या विचारधारा के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होने दूंगा। हम अपनी कार्यप्रणाली से समाज के हर तबके का दिल जीत लेंगे।” अपने साक्षात्‍कार में योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अवैध बूचड़खानों के खिलाफ चल रही कार्रवाई 2015 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्‍यूनल व 2017 में हाईकोर्ट की टिप्‍पणियों और प्रदेश सरकार को दिये गये निर्देशों के आधार पर ही की जा रही हैं। योगी ने कहा, ”हम अवैध को वैध नहीं बोल सकते, शासन की ओर से साफ निर्देश है, जो मानक को पूरा कर रहा है, लाइसेंस है, उसे कोई नहीं छेड़ेगा। अगर छेड़ेगा तो दंडित किया जाएगा। लेकिन जो अवैध है वह अवैध है।” मुख्‍यमंत्री ने यह भी कहा है कि अवैध बूचड़खानों के नाम पर जनस्‍वास्‍थ्‍य खराब करने की छूट नहीं दी जा सकती। हम वैधानिक तरीके से कार्रवाई कर रहे हैं। योगी आदित्‍यनाथ ने अपने इंटरव्‍यू में सोशल मीडिया की एक टिप्‍पणी पर भी विचार व्‍यक्‍त किया जिसमें यूजर की ओर से कहा गया था कि ”पहली बार अलीगढ़ आया हूं और यहां कद्दू की सब्‍जी खानी पड़ रही है”, मुख्‍यमंत्री ने कहा कि यह अच्‍छी बात है, शाकाहारी होना स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा है। उन्‍होंने कहा, ”लोगों की अपनी आवश्‍यक्‍ताएं हो सकती हैं लेकिन मेरा यह मानना है कि व्‍यक्‍ति जितना सात्‍विक होगा, उतना ही सद्चरित भी होगा।”