E9 News चंडीगढ़: प्रदेश में सरकारी शिक्षा संस्थानों की हालत बद से बदअतर होती जा रही है। स्कूल में बच्चों को न ही सुविधाएं मिल रही हैं और न ही अच्छी शिक्षा। ये कहना है शिक्षा मंत्री के गृह जिले के लोगों का। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के गृह जिले में प्राइमरी स्कूलों के हालात इतने खराब हैं कि यहां के टीचरों को राष्ट्रपति तक का नाम नहीं पता, ऐसे में ये छात्रों को क्या पढ़ाते होंगे ये तो समझ ही सकते हैं। ईनाडु इंडिया के संवाददाता ने जब कुछ स्कूलों का मुआयना किया तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। अपने आपको JBT टीचर कहने वाले अध्यापकों को निमोनिया की स्पेलिंग तक नहीं पता थी, ऐसे में सामान्य ज्ञान की तो उम्मीद करना भी पहाड़ को धकेलने सा है।देश का भविष्य जिनके हाथों में दिया गया है, वे उन नन्हे हाथों को पेन चलाना सिखाने के बजाय उनसे फुलवारी में काम करवा रहे हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर बच्चे इस तरह के अध्यापकों से शिक्षा ग्रहण करेंगे तो भविष्य में वे कहां तक पहुंच पाएंगे। अगर शिक्षा मंत्री के गृह जिले के ये हालात हैं तो अन्य जिलों की क्या हालत होगी, अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है।
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