E9 News पटना: बिहार पूर्ण शराबबंदी के एक साल पूरे हो गए हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव से पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं की मांग पर कहा था कि सत्ता में आने के बाद वे बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू करेंगे। सरकार बनने के बाद उन्होंने शराबबंदी लागू भी की। और जैसे ही लोगों ने जाम छलकाना बंद किया उनकी जिंदगी भी संवर गई। नीतीश कुमार सबसे पहले एक अप्रैल 2016 को पूरे राज्य में देशी शराब पर प्रतिबंध लगाई थी। पांच दिन बाद ही सरकार फैसला पलटते हुए राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी। हालांकि इसके बावजूद भी राज्य में अवैध शराब का कारोबार खूब फल रहा है। एक साल के दौरान 5,14,639 लीटर विदेशी, 3,10,292 लीटर देशी शराब और 11,371 बीयर जब्त की गयी। बिहार में जब्त की गयी 5,14,639 लीटर विदेशी शराब में से मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग द्वारा 1,07,801. 24 लीटर और पुलिस द्वारा 4,06,738 लीटर जब्त किया गया। पिछले साल लागू नए बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद कानून 2016 का उल्लंघन करने वाले 44,594 लोग गिरफ्तार किये गए जिनमें से पुलिस ने 24,445 लोगों और मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग द्वारा 20,149 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए और गिरफ्तार लोगों में से 44,557 लोग जेल भेजे गए।
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