E9 News छतरपुर: नारायणपुर गांव के शासकीय राशन की दुकान से कुछ लोगों को सिर्फ इसलिए राशन नहीं दिया जा रहा है, क्योंकि उसके घर में शौचालय नहीं है। राशन वितरण कर रहे सेल्समैन और रोजगार सहायक का कहना है कि उनके पास ऊपर से आदेश है कि अगर किसी के घर में शौचालय नहीं है तो उसे राशन नहीं दिया जाये। हालांकि, उनके पास इस संबंध में कोई लिखित आदेश नहीं है। जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव नारायणपुरा में ग्रामीणों को राशन देने से सिर्फ इसलिए मना कर दिया गया, क्योंकि उनके घर में शौचालय नहीं था। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें परेशान किया जा रहा है। उनके घर में शौचालय का काम जारी है। जानबूझ कर राशन वाले ग्रामीणों को परेशान करते हैं। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि आधार कार्ड नहीं होने पर राशन वितरण करने वाले लोग पांच किलो गेहूं काट कर देते हैं। ऐसा कई ग्रामीणों के साथ ऐसा हो रहा है। गौरतलब है कि स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर ग्रामीणों को सुझाव देना तो एक हद तक ठीक है। उनके राशन कार्ड पर राशन नहीं देना कहीं न कहीं इस बात की ओर इशारा करता है कि स्वच्छता अभियान की आड़ में कहीं ये लोग ग्रामीणों का राशन डकारने की फिराक में तो नहीं हैं।
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