E9 News नई दिल्ली: आयकर विभाग ने नोटबंदी के बाद कालेधन का पता लगाने के लिए आज ‘स्वच्छ धन अभियान’ का दूसरा चरण शुरू किया जिसके तहत 60 हजार लोगों की जांच की जाएगी। नोटबंदी के बाद कालेधन का पता लगाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि अगले चरण के अभियान के तहत जिस श्रेणी के लोगों की विस्तृत जांच की जाएगी उनमें ऐसे उद्यमी हैं जो नकद बिक्री को नकद जमा का स्रोत बता रहे हैं। इस श्रेणी में पेट्रोल पंप और अन्य आवश्यक सेवाएं मसलन अस्पताल आदि आते हैं। इसके अलावा आयकर विभाग उन सरकारी या सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के कर्मचारियों की भी जांच करेगा जिन्होंने बड़ी राशि जमा कराई है, या फिर ऐसे लोग जिन्होंने ऊंचे मूल्य की खरीद की है, ऐसे लोग जिन्होंने छद्म कंपनियों के जरिये धनशोधन किया है या फिर जिन्होंने पहले चरण में कर अधिकारियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ताजा अभियान तक पहचाने गए मामलों में जमा की कोई सीमा नहीं है। सभी संदिग्ध मामलों को इसमें शामिल किया गया है। अधिकारी ने कहा कि ताजा अभियान में जिन जमाओं की जांच की जा रही है वे निश्चित रूप से ऊंचे मूल्य के हैं। अधिकारी ने बताया कि इन 60,000 लोगों से शुरुआती संपर्क ऑनलाइन माध्यम से किया जाएगा। अभियान के तहत कर अधिकारी छानबीन और सर्वे करेंगे और आयकरदाता से दस्तावेजों की भी मांग करेंगे। पहले चरण के 31 जनवरी को शुरू होकर 15 फरवरी को समाप्त अभियान के दौरान नकद जमा की सीमा पांच लाख रुपये या अधिक रखी गई थी।
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