November 15, 2024

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चंपारण सत्याग्रह स्वतंत्रता सेनानियों का जुल्म के खिलाफ अमूल्य योगदान रहा : राष्ट्रपति

E9 News लखनऊ: चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर आयोजित स्वतंत्रता सेनानी सम्मान कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और राहुल गांधी पहुंचे. राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में बिहार सरकार की पहल को सराहनीय बताया और कहा कि राष्ट्रपिता के सम्मान में यह कार्यक्रम चल रहा है. उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का हार्दिक अभिनंदन किया. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम में शामिल होना सौभाग्य की बात. राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों का जुल्म के खिलाफ अमूल्य योगदान है. बिहार का स्वर्णिम इतिहास रहा है, बिहार सरकार को इस कार्यक्रम के लिए धन्यवाद. उन्होंने कहा कि हमें विकसित भारत के सपने को साकार करना है. हमें अपने संघर्षों का इतिहास याद रखना चाहिए. इन्होंने स्वतंत्र भारत के सपने को पूरा किया. इससे पूर्व राज्यपाल ने राष्ट्रपति का स्वागत किया.

बिहार के मुख्यमंत्री ने भी किया संबोधित : राजधानी पटना के एसकेएम में चल रहे इस समारोह में सबसे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को धन्यवाद दिया. नीतीश कुमार ने इस मौके पर गांधी जी को याद करते हुए कहा कि 1917 के चंपारण सत्याग्रह से ही देश में एक नया माहौल बना और बापू ने कई आंदोलन चलाये और देश आजाद हुआ. नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी जी को लेकर आयोजित हुए गोष्ठी के विचारों को संकलित कर प्रकाशित किया जायेगा. साथ ही, पंडित राजकुमार शुक्ल के गांव में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकुमार शुक्ल के न्योते पर गांधी जी चंपारण आये थे. उन्होंने कहा कि बिहार के सभी राजनीतिक पार्टियों को कार्यक्रम में आमंत्रित किया था लेकिन, आना और न आना उनकी मर्जी है. नीतीश कुमार ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नहीं आने पर कहा कि उन्हें भी आमंत्रण दिया गया था,लेकिन वो नहीं आये. मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है. नीतीश कुमार ने कहा कि राष्ट्रपिता के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जायेगा और पूरे साल बिहार में चंपारण सत्याग्रह को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. नीतीश कुमार ने कहा कि बापू का जीवन ही उनका संदेश है और बापू के विचारों से समाज बदल सकता है. राहुल गांधी ने कहा कि यह जरूरी नहीं कि जिसके पास सत्ता है, उसी के पास रहे. गांधी जी यहां आये और जनता के बीच जाकर उनसे मिले. पहले सोच थी कि आजादी की जरूरत नहीं. जब गांधी जी ने सच्चाई देखी और जालियांवाला बाग देखा, तो फैसला किया कि आजादी के बगैर देश आगे नहीं जा सकता. राहुल गांधी ने बिहार सरकार और नीतीश कुमार की इस कार्यक्रम के लिए सराहना की.