E9 News, नई दिल्ली (ब्यूरो):नरेंद्र मोदी की सरकार ने फैसला किया है कि स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली टेक्स्टबुक्स का रिव्यू किया जाएगा. नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग यानी NCERT ये रिव्यू करेगी. काउंसिल से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि ये रिव्यू इसलिए किया जा रहा है जिससे पिछले 10 सालों में हुई बड़ी घटनाओं को किताबों में शामिल किया जा सके.
CBSE का स्कूलों को आदेश, किताब-ड्रेस बेचना करें बंद, पढ़ाई पर हो फोकस : गौरतलब है कि ये रिव्यू कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक की किताबों का किया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनसीईआरटी के अधिकारी ने कहा है, ‘हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि इन किताबों में क्या बदलाव होने चाहिए. हमने एक इंटरनल ग्रुप भी बना दिया है, जो इस पर काम कर रहा है.’ हालांकि इससे पहले ये कहा जा रहा था कि केवल उन्हीं किताबों का रिव्यू किया जाएगा जिनके खिलाफ सरकार को शिकायतें मिली हैं. एनसीईआरटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पिछले साल हुई नोटबंदी को भी टेक्स्टबुक्स में शामिल किया जा सकता है. इसी तरह मॉनसून मैप्स को भी ले सकते हैं.’
बस्ते के बढ़ते बोझ से परेशान CBSE, अनिवार्य हो सकता है लॉकर सिस्टम : बता दें कि एनसीईआरटी द्वारा तैयार करकिुलम को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई, केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय फॉलो करते हैं.
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