E9 News, नई दिल्ली (ब्यूरो): राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार दो मुस्लिम नेताओं ने शनिवार को जिला प्रशासन पर उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देश की अवहेलना करते हुए त्रिशूल लिए एक साधु को विवादित धार्मिक स्थल पर प्रवेश की इजाजत देने का आरोप लगाया. हालांकि जिला प्रशासन का कहना है कि साधु के पास त्रिशूल की प्रतिकृति थी और इस तरह के धार्मिक चिन्ह की अनुमति मिली हुई है. मुस्लिम नेताओं ने आरोप लगाया कि पूर्व भाजपा सांसद और वरिष्ठ विहिप नेता रामविलास वेदांती और त्रिशूल लिए हुए एक साधु अभय चैतन्य को शनिवार दोपहर को विवादित धार्मिक स्थान पर जाने दिया गया.
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