E9 News, नई दिल्ली (ब्यूरो) BSF जवान तेज बहादुर यादव को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। कुछ महीने पहले तेज बहादुर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर जवानों को मिल रहे खराब खाने की शिकायत की थी। वीडियो में यादव ने खराब खाने की शिकायत की थी। इसके बाद कई जवानों के वीडियो सामने आए थे। इन इन वीडियो को लेकर काफी विवाद हुआ था। पीएमओ ने इस मामले में गृह मंत्रालय और बीएसएफ से रिपोर्ट मांगी थी। यादव ने अपने सीनियर अधिकारियों पर भी भोजन की राशि के नाम पर घपला करने का आरोप लगाया था। इसके बाद यह वीडियो वायरल हो गया था। 42 वर्षीय यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले हैं। वो 1996 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे। उन्हें जम्मू-कश्मीर स्थित राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट तैनात किया गया था। वीडियो में यादव ने आरोप लगाया था कि सैनिकों को पिछले 10 दिनों से लगातार जली हुई रोटी और पानी मिली हुई दाल खाने में दी जा रही है। यादव ने यह भी आरोप लगाया था कि कई बार जवानों को भूखा रहना होता है। यादव 2032 में रिटायर होने वाले थे लेकिन उससे पहले ही बीएसएफ ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया। खबरें ऐसी भी आई थीं कि यादव ने इस विवाद के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) की अर्जी दी थी लेकिन उस पर कोई फैसला लेने से पहले अधिकारियों ने उसे बर्खास्त कर दिया। इससे पहले तेज बहादुर यादव के परिवार ने दावा किया था कि वो गायब हो गए हैं, उन्हें सामने लाने के लिए परिवार कोर्ट में गुहार लगाएगा। परिवार का दावा है कि उन्हें तेज बहादुर के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वे कहां हैं। तेज बहादुर की पत्नी के भाई विजय ने बताया था कि परिवार उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा है लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो रहा है। परिवार ने दावा किया था कि इस बारे में बीएसएफ को दो पत्र भी लिखे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। विजय ने बताया था कि यादव ने आखिरी बार अपनी पत्नी से बात की थी और कहा था कि बीएसएफ अधिकारी उसे अज्ञात जगह पर ले जा रहे हैं। इससे ज्यादा वह बोल नहीं पाए।
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