E9 News हल्द्वानी: उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और कांग्रेस से बीजेपी में गये यशपाल आर्य का राजनीति में छत्तीस का आंकड़ा रहा है। दोनों नेता एक बार फिर से हल्द्वानी आईएसबीटी के मामले में आमन-सामने आ गये हैं। उत्तराखंड के दूसरे बड़े शहर हल्द्वानी में बनने वाले अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर काम इनदिनों रुका हुआ है। चुनाव से ठीक पहले इसका शिलान्यास हुआ था और इसको बनाने के लिए टेंडर भी दे दिए गये थे। टेंडर पर गड़बड़झाले के आरोप लगे तो परिवहन मंत्री यशपाल आर्य को मौका हाथ लग गया उन्होंने कहा कि इसकी जांच होगी। आईएसबीटी की लागत 76 करोड़ की है। इसका शिलान्यास उस समय के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 14 अक्टूबर, 2016 को किया था और इसका ठेका नागार्जुन कंपनी को दिया गया। आरोप है कि टेंडर ठेका में कांग्रेस राजनेताओं के चहेतों की मिलीभगत है। अब सरकार बदल गयी तो परिवहन मंत्री जांच की बात करने लगे हैं। लांकि, नेता प्रतिपक्ष जोकि हल्द्वानी से विधायक हैं उनका कहना कि सरकार खूब जांच करवाए हम तैयार हैं। बहरहाल, बस अड्डा के मुद्दे पर बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने कम और इंदिरा और यशपाल आमने-सामने ज्यादा दिखते हैं।
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