E9 News, वॉशिंगटनः डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब अमेरिकी संसद के अध्यक्ष पॉल रयान ने भी कंसास में भारतीय इंजीनियर के कत्ल पर दुख जताया है। रयान ने वॉशिंगटन में भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर से मुलाकात के बाद श्रीनिवास कुचीबोतला पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। रयान का कहना था कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते लोकतंत्र और आजादी के साझा मूल्यों पर आधारित हैं। बैठक में अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना भी मौजूद थे। बुधवार को अमेरिकी संसद को अपने पहले संबोधन में राष्ट्रपति ट्रंप ने भी श्रीनिवास की हत्या की आलोचना की थी।
रयान के साथ बैठक से पहले एस जयशंकर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) एच. आर. मैक्मास्टर से भी मिले थे। मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों में रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा हुई। मीटिंग में आतंकवाद को रोकने के उपायों पर भी चर्चा हुई। जनवरी में नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधारने का संकल्प दोहराया था।
विदेश सचिव एस जयशंकर मंगलवार से 4 दिनों के अमेरिकी दौरे पर हैं। ये दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब अमेरिका में राष्ट्रपति प्रशासन बदलाव के दौर से गुजर रहा है। ट्रंप ने अभी कई अहम नियुक्तियां नहीं की हैं। जयशंकर के दौरे का मकसद ट्रंप प्रशासन को अमेरिकी वीजा नीति पर भारत के सरोकारों से वाकिफ करवाना है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने वीजा नीति को कठोर बनाने और एच1बी वीजा में कटौती का ऐलान किया है। अमेरिका में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और रक्षा मुद्दे भी जयशंकर के एजेंडा में शामिल है।
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