
E9 News लखनऊ: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रीवर फ्रंट में जांच के पहले दौर में ही 1600 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। इस पूरे प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं किए जाने का खुलासा अब होने लगा है। मालूम हो कि योगी ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ लेने के बाद सबसे पहले अखिलेश के इस ड्रीम प्राजेक्ट का निरीक्षण किया था। जिसमें बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं सामने आईं थी। अब इस परियोजना की जांच शुरू हो गई है।बुधवार को सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि रीवर फ्रंट परियोजना की जांच में फिलहाल 1600 करोड़ रुपये का गोलमाल सामने आया है। इसके लिए सबसे पहले जिम्मेदार एई अनिल यादव को आज निलंबित कर दिया है। मीडिया के सवालों के जवाब में धर्मपाल सिंह ने कहा कि जिस तरह से कामकाज किए गए हैं, उसमें बड़े पैमाने पर सरकारी धन का दुरुपयोग इस परियोजना में किया गया है। इस तरह के कारनामें कोई अकेले नहीं कर सकता है। इसके लिए तो ऊपर से नीचे तक की पूरी टीम जिम्मेदार बनती है। रही बात कार्रवाई की तो यह भी सच है कि इस परियोजना में जिस तरह से घोटालों की पर्त खुलने लगी है। उससे साफ है कि इस परियोजना में शासन स्तरों की शह पर भी वित्तीय बंदरबांट किए जाने की आशंका है। ऐसे में तो इस जांच में कई प्रमुख सचिव स्तर के अफसर भी कार्रवाई की जद में आएंगे।
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