
E9 News शिमला: हिमाचल भूंकप के लिहाज से जोन-4 और जोन-5 में पड़ता है। समूचा हिमाचल उच्च तीव्रता वाले भूकंप के क्षेत्र में आता है। ऐसे में यदि यहां कोई भूंकप आता है तो इससे जान-मान का भारी नुकसान हो सकता है। यही नहीं, प्रदेश में बाढ़, भूस्खलन, हिमस्खलन जैसी आपदाएं भी भारी विनाश कर सकती हैं। इन्हीं आपदाओं से निपटने के लिए सेना ने शिमला में माऊंटेन रेस्कयू नाम से एक बड़ी मॉकड्रिल आयोजित की। इस दौरान हेलीकॉप्टर की मदद से आपदा प्रभावित इलाकों से घायलों को निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया। आपदा के समय जवानों को किस तरह से प्रभावित क्षेत्रों में हैलिकॉप्टर से उतारा जाए इसका अभ्यास किया गया। अन्नाडेल मैदान में राहत शिवर भी लगाये गए। बताया जा रहा है कि मॉकड्रिल दो दिन तक चलेगी। इसके माध्यम से जहां आर्मी के जवानों को आपदाओं से निपटने के लिए अभ्यास करवाया
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