
E9 News नई दिल्ली (ब्यूरो) : जून में होने जा रहे शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलन (एससीओ) से इतर दोनों देशों के प्रधानमंत्री मिल सकते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर जमीं बर्फ के बीच जल्द ही दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलकात हो सकती है। ये बात पाकिस्तान के अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी के हवाले से कही है। अधिकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी मिलिट्री कोर्ट की तरफ से कथित तौर पर भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव को फांसी की सज़ा देने के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। उन्होंने आगे बताया कि उसके बावजूद जून में होने जा रहे शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलन (एससीओ) से इतर दोनों देशों के प्रधानमंत्री मिल सकते हैं। जब उस अधिकारी से यह बात पूछी गई की क्या कज़ाखिस्तान के अस्ताना में होनेवाले शंघाई सम्मेलन के दौरान मोदी और शरीफ के बीच बैठक हो सकती है इस बात का जवाब देते हुए उन्होंने कहा- ‘यह काफी संभव है।’ उन्होंने यह बात बिल्कुल साफ करते हुए कहा कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव के मुद्दे को ज्यादा तूल नहीं देना चाहता है जिसकी चलते भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर उसका असर ना पड़े। पाकिस्तानी अख़बार के मुताबिक, उस अधिकारी ने जोर देकर यह बताया- “कुलभूषण सिर्फ एक कारण है। लेकिन, सबसे बड़ा उद्देश्य है पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तरफ से प्रायोजित आतंकवाद जिसे साबित कर दिया गया है। उसके बावजूद, पाकिस्तान सरकार का अपने पड़ोसी के साथ बातचीत को लेकर उसकी नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।”
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