November 21, 2024

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‘डंडे से कुछ नहीं निकलेगा, ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए’

E9 News, श्रीनगर (साजिद .मुनिवार्डी.) -: श्रीनगर  लोकसभा सीट पर नौ अप्रैल को मतदान के दौरान सेना के वाहन पर बांधकर एक व्यक्ति को घुमाने वाला विवादास्पद वीडियो आने के बीच शनिवार शाम सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने यहां जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भेंट की।
महबूबा और रावत के बीच मुलाकात : वैसे तो आधे घंटे की इस भेंट को शिष्टाचार मुलाकात बताया गया है लेकिन आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर फैले इस वीडियो का मुद्दा उठाया।

रावत ने कार्रवाई का आश्वासन दिया : जनरल रावत ने महबूबा को घाटी की स्थिति के बारे में बताया और उन्हें बड़गाम में एक व्यक्ति को गाड़ी के अगले हिस्से में बांधकर घुमाने के कृत्य के लिए जिम्मेदार सैन्यकर्मियों पर समय रहते कार्रवाई का आश्वासन दिया।

ऐसी कार्रवाई के गंभीर नतीजे हो सकते हैं : अंग्रेजी अखबार के मुताबिक महबूबा ने रावत से कहा कि ऐसी कार्रवाई पिछले कुछ सालों में की गई सारी मेहनत पर पानी फेर देगी। साथ ही उन्होंने उन घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों पर एक्शन लेने की भी बात कही।

‘सद्भावना ऑपरेशन पर पड़ेगा असर’ : अंग्रेजी अखबार की माने तो महबूबा ने कहा, ‘डंडे से कुछ नहीं निकलेगा, अबतक जो हुआ सो हुआ, लेकिन आगे से ऐसा मत करना।’ उन्होंने कहा कि इससे सेना और सरकार द्वारा चलाए जा रहे सद्भावना ऑपरेशन और कश्मीरी युवाओं के लिए जो घूमने का प्रबंध किया जाता है उसपर प्रभाव पड़ेगा।

राज्यपाल को दी जानकारी : इससे पहले पश्चिम कमान की जम्मू स्थित नौवीं कोर की यात्रा पर आए सेना प्रमुख ने राज्यपाल एन एन वोहरा से भेंट की थी और उन्हें सीमा पर एवं आगामी अमरनाथ यात्रा के सिलसिले में स्थिति से अवगत कराया।क्या है मामला सूत्रों के अनुसार सेना के अधिकारियों ने जांच दल को बताया कि उन्हें एक मतदान केंद्र की सुरक्षा में लगे आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस ने भीड़ से उन्हें बचाने के लिए कॉल किया क्योंकि भीड़ उन्हें मारने पर उतारू थी। कांडीपुरा से सैन्य काफिला पहुंचा और उसने 36 साल के फारूक डार को सैन्य जीप से बांध दिया। इस घटना का अज्ञात लोगों ने वीडियो बना लिया। पथराव करने वालों के खिलाफ कवच के तौर पर डार का इस्तेमाल करने वाला यह वीडियो सोशल मीडिया पर फैल गया। दावा किया गया है कि जांच के दौरान डार ने बताया कि वोट डालने के बाद वह मृत्यु शोक में शामिल होने के लिए अपनी बहन के घर जा रहा था, तब उसे उठा लिया गया।