
E9 News नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कश्मीर मुद्दे पर अलगाववादियों से बातचीत का समर्थन किया है। सिन्हा ने कहा कि आज के समय में जब कोई अलगाववादियों से वार्ता करने जाता है तो उसे राष्ट्रद्रोही कहा जाता है। सिन्हा ने फारुख अब्दुल्ला को राष्ट्रवादी करार देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी अलगाववादियों से बातचीत के पक्षधर थे। इससे अटलजी आतंकवादी साबित नहीं हो जाते। दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने शेख अब्दुल्ला की जयंती पर हुर्रियत नेताओं की कश्मीर की आजादी की मांग का समर्थन किया था। इसके बाद उनके बयान पर काफी विवाद हो गया। श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में हिंसा पर यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘हिंसा बहुत हुई, तो कोई भी अपनी जान खतरे में डाल के वोट करने नहीं आता है।’ बता दें कि श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि, ’70 साल में पाकिस्तान से रिश्ते सुधर नहीं सके हैं, विश्वास नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा है, जब तक पाकिस्तान की तरफ से नकारात्मकता खत्म नहीं होगी तब तक बातचीत का कोई अर्थ नहीं है।’
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