
E9 News लखनऊ: सूबे में जबसे योगी सरकार बनी है तब से अखिलेश सरकार द्वारा गठित आयोगों के अध्यक्षों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मुख्य सचिव को सौंपे इस्तीफे में निजी कारणों के चलते पद छोडऩे की बात कही है। यह इस्तीफा इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योकि केंद्र की सरकार पिछड़ा वर्ग आयोग को सांविधानिक दर्जा देने की कवायद में जुटी है। अप्रैल 2013 में अखिलेश यादव सरकार ने पिछड़े वर्ग में पैठ रखने वाले राम आसरे विश्वकर्मा को राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था। इस आयोग को प्रभावशाली बनाने के लिए दो उपाध्यक्ष व 25 सदस्यों की भी तैनाती की गई थी। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में सपा की हार व भाजपा के सत्ता संभालने के बाद ही राम आसरे विश्वकर्मा को पद छोड़ देने का संकेत मिला था। इसी बीच उन्होंने मुख्य सचिव राहुल भटनागर से मुलाकात कर उन्हें इस्तीफा सौंप दिया।
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