
E9 News, शिमलाः प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान की तर्ज पर हिमाचल सरकार ने भी प्रदेश में स्वच्छता बनाए रखने के लिए ई-टॉयलट स्थापित करने का निर्णय लिया है और शुरूवात आईजीएमसी से हो रही है। आईजीएमसी में मरीजों की सुविधा के लिए मुख्य द्वार के बाहर दो ई-टॉयलट स्थापित किए जाएंगे।
ई-टॉयलट स्थापित होने के बाद अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को शौच के लिए इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार, ई-टॉयलट के लिए अस्पताल प्रशासन और नगर निगम प्रशासन में बात भी हो चुकी हैं। यदि ये ई-टॉयलट अस्पताल में सफल हुए तो अस्पताल में अन्य जगहों पर भी इस तरह के टॉयलट स्थापित किए जाएंगे। मौजूदा समय में अस्पताल में ईलाज करवाने पहुंचने वाले मरीजों के लिए शौच करने के लिए कोई सुविधा नहीं है, उन्हे वार्डों में लगे शौचालय में जाना पड़ता है।
लाखों की लागत से स्थापित होने वाले ये ई-टॉयलेट आधुनिक सुविधाओं से लेस होंगे। ई-टॉयलेट में प्रवेश करने के लिए लोगों को निर्धारित शुल्क के सिक्के डालने होंगे, तभी दरवाजा खुलेगा। ई-टॉयलेट में सेंसर का इस्तेमाल होगा, जैसे ही टॉयलेट को इस्तेमाल करने के बाद व्यक्ति बाहर निकलेगा तो सेंसर सक्रिय होंगे और ऑटोमेटिक तरीके से अंदर सफाई कार्य शुरू होगा। सफाई के लिए ई-टॉयलेट में लोगों को हाथ धोने के लिए पानी, साबुन, टिशु पेपर आदि की सुविधा भी मिलेगी।
इससे पहले शहर के मुख्य जगहों पर ई-टॉयटल लगाए चुके हैं। शहर में सबसे पहले छोटा शिमला में सचिवालय के नजदीक स्थापित किया था। इसी तरह संजौली, रिज पर टका बैंच समीप ई-टॉयलट स्थापित किए हैं।
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